कोरोना वायरस के संक्रमण के संकट से निपटने के लिए 21 दिनों लॉकडाउन के चलते पैदा हुए आर्थिक संकट के बीच सरकार ने किसानों के लिए बड़ी मदद का ऐलान किया है। देश के 8 करोड़ किसानों के खाते में अप्रैल के पहले सप्ताह में पीएम किसान सम्मान निधि की 2,000 रुपये की किस्त ट्रांसफर की जाएगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपये के कोरोना रिलीफ फंड का ऐलान करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इससे देश के 8 करोड़ 74 लाख किसानों को सुविधा मिलेगी।
इसके अलावा सरकार ने मनरेगा में मजदूरी की दर को बढ़ाकर 202 रुपये प्रतिदिन कर दी गई है। इससे 5 करोड़ परिवारों को लाभ होगा। अब तक मनरेगा के तहत मजदूरों की दैनिक दिहाड़ी 182 रुपये ही थी। यही नहीं गरीब परिवारों की महिलाओं को उज्ज्वला स्कीम के तहत तीन महीने तक मुफ्त एलपीडी सिलेंडर मुहैया कराए जाएंगे। जनधन खाते वाली 20 करोड़ महिलाओं के अकाउंट के हर महीने 500 रुपये की राशि ट्रांसफर की जाएगी। यह रकम जून महीने तक लगातार तीन महीने ट्रांसफर की जाएगी। यही नहीं वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों, पेंशनों को 1,000 रुपये की अतिरिक्त पेंशन दी जाएगी।
बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत गरीब किसान परिवारों को साल में तीन बार 2,000 रुपये की किस्तों में 6,000 रुपये की राशि दी जाती है। इस स्कीम के तहत देश के कुल 14 करोड़ किसानों को जोड़ने का लक्ष्य़ तय किया गया है। गौरतलब है कि कोरोना राहत पैकेज का ऐलान करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के 80 करोड़ गरीबों को प्रति माह 6 किलोग्राम अतिरिक्त राशन मुफ्त में भी देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अब तक 5 किलो गेहूं या चावल प्रति गरीब व्यक्ति को सब्सिडी पर मुहैया कराया जाता था, अब 5 किलो राशन अतिरिक्त मिलेगा यानी देश के 80 करोड़ गरीबों को जून के महीने तक 10 किलो सरकारी राशन मिलेगा।